The 5-Second Trick For Shodashi

Wiki Article



पद्माक्षी हेमवर्णा मुररिपुदयिता शेवधिः सम्पदां या

सर्वेषां ध्यानमात्रात्सवितुरुदरगा चोदयन्ती मनीषां

आस्थायास्त्र-वरोल्लसत्-कर-पयोजाताभिरध्यासितम् ।

ह्रीं‍मन्त्रान्तैस्त्रिकूटैः स्थिरतरमतिभिर्धार्यमाणां ज्वलन्तीं

वर्गानुक्रमयोगेन यस्याख्योमाष्टकं स्थितम् ।

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥६॥

ഓം ശ്രീം ഹ്രീം ക്ലീം ഐം സൗ: ഓം ഹ്രീം ശ്രീം ക എ ഐ ല ഹ്രീം ഹ സ ക ഹ ല ഹ്രീം സ ക ല ഹ്രീം സൗ: ഐം ക്ലീം ഹ്രീം ശ്രീം 

Shodashi’s mantra assists devotees release past grudges, agony, and negativity. By chanting this mantra, men and women cultivate forgiveness and psychological launch, endorsing satisfaction and the ability to shift ahead with grace and acceptance.

दृश्या स्वान्ते सुधीभिर्दरदलितमहापद्मकोशेन तुल्ये ।

Since the camphor is burnt into the hearth promptly, the sins created by the person become totally free from Those people. There is absolutely no any as such want to seek out an auspicious time to start the accomplishment. But pursuing durations are said to generally be Unique for this.

लक्ष्मी-वाग-गजादिभिः कर-लसत्-पाशासि-घण्टादिभिः

The philosophical dimensions of Tripura Sundari increase further than her Bodily characteristics. She signifies the transformative electricity of natural beauty, which can lead the devotee from your darkness of ignorance to The sunshine of data and enlightenment.

‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में Shodashi परम गुह्रा क्या वास्तु है?

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१०॥

Report this wiki page